पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर भी साधा निशाना
अनंत न्यूज़ @गुना। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुक्रवार को गुना जिले के बीनागंज पहुंचे। जहां उन्होंने पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना मिलने पर आयोजित आभार सभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने बीनागंज और चांचौड़ा क्षेत्र में 175 करोड़ से ज्यादा के 604 विकास कार्यों का भूमि, लोकार्पण और शिलान्यास भी किया है।
मुख्यमंत्री ने नदियों के माध्यम से सिंचाई की परियोजनाओं को अटकाने के लिए कांग्रेस पर आरोप लगाया। सीएम ने दावा किया कि कांग्रेस ने परियोजनाओं को अटकाने के लिए मुकद्दमेबाजी तक की है। ताकि किसानों की जमीनें सिंचित न हो सकें। सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर तंज कसते हुए कहाकि वे 10 लाख तक मुख्यमंत्री रहे और मध्यप्रदेश में साल 2003 तक अधिकांश बार कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन किसानों की जमीनों को सिंचित नहीं सके। पानी के अभाव में पीढ़ियां बर्बाद हुर्इं यह पाप कांग्रेस के माथे पर है। सीएम ने बीते कुछ सालों में शुरु की गर्इं सिंचाई परियोजनाओं के लिए मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार की तारीफ की और दावा किया कि पार्वती-काली सिंध परियोजना ने मध्यप्रदेश और राजस्थान दोनों राज्यों के किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव ला दिया है। परियोजना से आने वाले समय में 100 लाख हेक्टेयर तक फसलों की सिंचाई होगी। सभी गांवों में पीने और सिंचाई का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। सीएम यादव ने गुना में गुलाब और धनिया की खेती का उल्लेख करते हुए जिले के किसानों की जमकर प्रशंसा की धनिया की खेती करने वाले मेहनतकश किसानों को बधाई दी। मोहन यादव ने वक्तव्य के दौरान जब मंच पर मौजूद नेताओं के नाम का जिक्र किया तो गुना विधायक पन्नालाल को जोरदार कहकर संबोधित किया, जिसके बाद पांडाल में बैठे लोगों ने जमकर तालियां बजाई ।
गुलाब के फूलों से हुआ सीएम का स्वागत

गुना जिले के दौरे पर आए मुख्यमंत्री का बीनागंज में गुलाब के फूलों की बारिश कर स्वागत किया गया। इसके अलावा कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने भी मुख्यमंत्री को गुलाब भेंट किए। वहीं आजीविका मिशन की बहनों ने मुख्यमंत्री को गोबर से बनाए भगवान श्री गणेश की प्रतिमा भेंट की। सीएम ने आजीविका मिशन की बहनों से चर्चा कर उनके परिश्रम की जमकर सराहना की।
खंडेलवाल की बेटी को 4 लाख
विश्वकर्मा को एक लाख की सहायता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंच से ग्राम बीनागंज के राजेश खंडेलवाल की बेटी के लीवर ट्रांसप्लांट के लिए 4 लाख रुपए देने की घोषणा की। बेटी के इलाज के लिए सरकार द्वारा एक लाख रूपए पहले ही दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्रीमती ममता विश्वकर्मा को 1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने बीनागंज में गौशाला के संपूर्ण विकास के लिए 12 लाख रुपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर लगी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। क्षेत्रीय बहनों ने श्रावण मास पर मुख्यमंत्री को दो बड़ी राखियां भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंच से लाड़ली लक्ष्मी योजना, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन सहित अन्य शासकीय योजनाओं के चिन्हित हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने चाचौड़ा के दर्शनीय स्थलों पर केंद्रित एक मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया।
कांग्रेस पर ऐसे साधा निशाना
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में 2003 तक विपक्षी दल की सरकार थी और उस दौर में किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिला। तब की सरकार ने किसानों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिंचाई का रकबा 55 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। गुना के गुलाब और धनिया में यहां के किसानों की कड़ी मेहनत की खुशबू आती है। गुना जिला मालवा और चंबल का दरवाजा है। उन्होंने कहा कि किसी जमाने में चंबल में दस्यु संकट चरम पर था। हमारी सरकार बनने पर डाकुओं का सफाया कर दिया गया। अगर 50 साल पहले दस्यु समस्या का हल निकल जाता, तो इस अंचल का अत्यधिक विकास होता। पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदी योजना बाबा महाकाल का आशीर्वाद हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में नदी जोड़ो परियोजना का कार्य जारी है। पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी लिंक परियोजना से चंबल और मालवा के 13 जिलों को लाभ मिलेगा इससे राजस्थान के भी 13 जिले लाभान्वित होंगे। विपक्षी दल की सरकारों ने पीकेसी परियोजना का विरोध किया और कई सालों तक अटकाए रखा। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में समस्या का हल निकाला गया। पीकेसी (पार्वती-कालीसिंध-चम्बल) की सहायक कुंभराज वृहद सिंचाई परियोजना से अब गुना जिले की हर तहसील, हर गांव और खेत में सिंचाई जल और पेयजल का लाभ भी मिलेगा।
सिलावट बोले, परियोजना अकल्पनीय
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) नदी लिंक परियोजना एक अकल्पनीय कार्य है। इसकी लागत 72 हजार करोड़ की है। परियोजना से चंबल और मालवा अंचल के 13 जिले लाभान्वित होंगे। 6 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होगी। उन्होंने कहा कि 40 लाख आबादी को इस परियोजना से लाभ मिलेगा। प्रदेश में सिंचाई का रकबा कभी 7 लाख हेक्टेयर था, जो अब बढ़कर 55 लाख हेक्टेयर हो गया है। आज लोकार्पित कुंभराज वृहद सिंचाई परियोजना से 30 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। इसकी लागत 5 हजार करोड़ से अधिक है। उन्होंने बताया कि केन-बेतवा लिंक नदी जोड़ो परियोजना 44 हजार 605 करोड़ की योजना है और इससे एक लाख 11 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। परियोजना से से 103 मेगावॉट बिजली पैदा होगी और करीब 44 लाख लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा। तीसरी बड़ी नदी परियोजना तापी मेगा रिचार्ज परियोजना 19 हजार करोड़ की है। इससे प्रदेश के दो जिले खंडवा और बुरहानपुर लाभान्वित होंगे। यह विश्व की पहली भू-जल रीचार्ज परियोजना है।
राजपूत-प्रियंका ने जताया आभार
कार्यक्रम को खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण तथा गुना जिले के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का हृदय से आभार कि दोनों व्रिज आपद्वय के संयुक्त मार्गदर्शन में प्रदेश को इतनी बड़ी परियोजना की सौगात मिली। चाचौड़ा विधायक श्रीमती प्रियंका मीणा ने कहा कि ईआरसीपी-पीकेसी परियोजना देश की सबसे बड़ी परियोजना है। जिसे अब मध्यप्रदेश की भूमि पर साकार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव के सहयोग से यह 5 हजार करोड़ रूपए की यह बड़ी परियोजना पूर्ण होने जा रही है। कुंभराज वृहद सिंचाई परियोजना का लाभ 4 जिलों को मिलेगा। इससे किसानों को सिंचाई और उद्योगों के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध होगा।
